BRIEF HISTORY ABOUT GURUDEV AND MAHAKALI TEMPLE
गुरु कन्हैया जी महाराज का जन्म 1980 के दशक में हुआ था । बचपन से ही उन्हें मां महाकाली की मूर्ति बनाने का बहुत शौक था । उन्होंने मां की कई मूर्तियां बनाईं। गुरुजी ने बद्रीनाथ धाम, विंध्याचल में काली गोह, कामाख्या देवी आदि धाeksa में कई साधनाएं की vkSj ykHk izkIr fd;k
A
गुरुदेव
जब बहुत
छोटे थे
तभी से
वे माता
महाकाली की
मिट्टी की
मूर्ति बनाते
थे A उन्हें
सदा ऐसा
लगता था
कि मां
सदैव उनके
साथ है A बचपन
से ही
माता के
प्रति उनका
बहुत लगाव
था A माता
महाकाली की
ममता का
रस उन्हें
बचपन से
ही प्राप्त
था A माता बचपन
से ही
उन्हें गुरु
रूप में
मार्ग प्रशस्त
करती रहती
थी A हर समय माता का प्रेम उन्हें प्राप्त था A उन्होंने अनेक कठोर तi किए A उन्होंने माता महाकाली को मां के रूप में पूजा तथा माता ने उन्हें पुत्र रूप में स्वीकार किया A bl तरह से बचपन से ही उनको मां में बहुत गहरी रुचि थी A
गुरुदेव us vusd ग्रंथों dk v/;;u किया A dqN ग्रंथों का नाम निम्नलिखित है ftudk mUgksaus xgu v/;;u fd;k
:-
महाकाल संहिता, मुंडमाला तंत्र, भैरव तंत्र], दस महाविद्या रहस्य, बगलामुखी तंत्र, महाकाली साधना के गुप्त रहस्य, nqyZHk xqgdkyh कवच
के
ज्ञाता, महाकाल भैरव सहस्त्र नाम के गुप्त प्रयोग, महामृत्युंजय मंत्र के अनुभूत गोपनीय प्रयोग, श्री विद्या रहस्य, शाबर मंत्र के गुप्त प्रयोग, दुर्गा सप्तशती के xqIr jgL; ds tkudkj , धूमावती माता की सरल साधना, भैरवी कवच के गुप्त प्रयोग कामाख्या देवी की सरल साधना, “kjc
rU= ds xqIr iz;ksx तथा
अनेक
गुप्त
विद्याओं ds
ज्ञाता k
गुरुदेव
pkgrs हैं
कि संसार
में सुख
शांति बनी
रहे A अतः कोई
भी भक्त
muसे
मिलना चाहता
है तो
केवल सुख
शांति के
लिए मिलेA कोई भी
व्यक्ति किसी
भी गलत
कार्य के
लिए ;k किसी
को हानि
पहुंचाने के
लिए ना
मिले A vxj dksbZ HkDr feyuk pkgrk gS rks lk;a 7.00 ls
9.00 cts laidZ dj ldrk gS A
गुरुजी माता के नवरात्रों में 9 दिन किसी से नहीं मिलते हैं तथा माता
की आराधना में
रहते हैं
A
No comments:
Post a Comment